राम वनगमन देखकर दर्शकों की नम हो गयी आंखें
चौक बाजार,महराजगंज,उत्तर प्रदेश
टीकर गांव में आयोजित नौ दिवसीय श्री श्री 108 श्री शतचंडी महायज्ञ के सातवें रात रामलीला कलाकारों द्वारा राम वनगमन का सजीव मंचन किया गया जिसे देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गयीं ।
नौ दिवसीय महायज्ञ के सातवें रात्रि में रामलीला कलाकारों द्वारा सर्व प्रथम भगवान राम लक्ष्मण की आरती की जाती है ।आरती के बाद अयोध्या में महाराज दशरथ के दरबार का दृश्य दिखाया जाता है ।महाराज अपने बड़े पुत्र श्रीराम के राज्याभिषेक के लिए घोषणा करते हैं लेकिन यह बात देवताओं को अच्छा नहीं लगता ।देवताओं की सिफ़ारिश पर माता सरस्वती मंथरा को प्रेरित कर राजा की छोटी रानी कैकेई से दोनों वरदान मांगने के लिए कहती है ।जिसे सुनकर महाराज दशरथ को कोपभवन में जाना पड़ता है और रानी को दिए गए दोनों वचनों को पूरा करने के लिए राम को वनगमन के लिए कहना पड़ता है ।इन सभी दृश्यों को देखकर उपस्थित दर्शकों के आँखों में आंशू आ जाते हैं ।इस अवसर पर ग्राम प्रधान परसौनी अनिल जोशी, समाजसेवी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी, कृष्ण मोहन लाल, राकेश मणि त्रिपाठी, वीरेंद्र सिंह,अशोक पाण्डेय,प्रेम उपाध्याय,शैलेश पाण्डेय,दिनेश सिंह, गोरख भारती,आदि लोग उपस्थित रहे ।